Description
मधुनाशक चूर्ण (शरद एवं ग्रीष्म): यह मधुमेह रोगी के लिए अत्यंत लाभदायक है। शुगर लेवल का बढ़ना कफ या पित्त विकार दोनों के कारण हो सकता है। अगर आपका शुगर लेवल गर्म या गर्म और उमस भरे मौसम में बढ़ जाता है, तो यह संभवतः पित्तज मधुमेह है। इस प्रकार के मधुमेह के लिए गर्म मौसम का मधुनाशका चूर्ण बेहतर घरेलू उपचार है। ऋतु अनुसार आंवला, अडूसा, गिलोय, मीठी नीम, कड़वी नीम, बेलपत्र पत्तियों गुड़मार तथा टेसू फूल के चूर्ण को मिलाकर बनाया जाता है। इसे प्रातः एवं सायंकाल एक एक चम्मच खाली पेट ले सकते हैं। 12 घंटे पूर्व थोड़े से पानी में भिगो कर लेना अधिक लाभदायक होता है। शरद ऋतु के 2 माह तथा ग्रीष्म ऋतु के 4 माह यह लेना चाहिए।
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