माता के गर्भ में जब हमारे शरीर का बीज पड़ता है, तभी हमारे अंदर त्रिदोष अर्थात वात, पित्त और कफ का असंतुलन हो जाता है। इस असंतुलन के साथ ही हमारा मृत्यु लोक में जन्म होता है। इन तीनों तत्व में से हमारे शरीर में जिस तत्व की अधिकता होती है, उसे ही कम करने का प्रयास आयुर्वेद का उपचार है। आपके शरीर में किस तत्व की अधिकता है, यह जानने के लिए आपको एक प्रश्नावली दी जा रही है। इसे भरकर आप यह समझ सकते हैं की आपको वात कम करना है, पित्त कम करना है या कफ कम करना है।
यह प्रश्नावली स्वयं का मूल्यांकन स्वयं ही करने हेतु है, अतः आपको प्रश्नावली भरकर प्रत्येक प्रश्न में नीचे दिए गए अंको को जोड़कर स्वयं को समझना है। प्रत्येक प्रश्नावली दो बार भरें। पहली बार यह सोच कर कि आप कैसे हैं?
दूसरी बार अपनी मां से पूछें, कि वह आपके बारे में इस प्रश्न का उत्तर क्या देती हैं?
आपके द्वारा भरे गए प्रश्नावली के परिणाम आपकी वर्तमान स्थिति बताते हैं और आपकी मां के द्वारा भरे गए प्रश्नावली के परिणाम आप की जन्मजात स्थिति बताएंगे।
This questionnaire is for self-evaluation, so you have to understand yourself by filling the questionnaire and adding the marks given below in each question. Fill out each questionnaire twice. First time wondering how are you? Ask your mother for the second time, what does she answer about you to these questions? The results of the questionnaire filled by you will indicate your current status and the results of the questionnaire filled by your mother will indicate your birth status.
When the seed of our body falls in the womb of our mother, only then there is an imbalance of Tridosha i.e. Vata Pitta and Kapha. With this imbalance, we are born in Mrutyuloka. Ayurveda is the remedy to reduce the excess of these three elements in our body. You are being given a questionnaire to find out which elements are in excess in your body. By filling it, you can understand that you have to reduce vata, reduce pitta or reduce
Kapha.
This is my mother evaluation. Sarita Nigam age 72 yrs.
Fine. You can asses yourself by totaling the marks given bellow.